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बहनोई के दूसरी लड़की के साथ संबंध हैं, हम क्या करें?

 प्रशांत ने अपनी समस्या इस तरह रखी है-

सर !
मेरी बहन की शादी एक साल पहले हुई है।  जब मेरी बहिन की शादी की बात चल रही थी, तब लड़के वालों ने हमें बताया कि ‘हम बहुत और काफी लोग हम से जलते हैं, औऱ चाहते नहीं हैं कि हमारे बच्चों की शादी हो, इस लिए झूठ बोलते हैं कि हमारे बेटे का किसी लड़की से अफेयर चल रहा है।’  बाद में हमारे पास किसी अनजान आदमी का फोन आया जिस ने कहा कि ‘लड़के की शादी हो चुकी है’ और फोन काट दिया। लड़के की दादी की तेरहवीं में मेरे पिता जी और कजिन ने लड़के से पूछा तो उसने कहा कि  ‘नहीं पापा ऐसा कुछ भी नहीं है, मैं कसम खाता हूँ कुछ लोग हमें बदनाम करना चाहते हैं।’  लड़के के पिता जी ने भी ऐसा ही कहा।
बाद में मेरी बहन की शादी हो गई। शादी के समय मेरी बहन इंजिनियरिंग के अंतिम से पहले वाले सेमेस्टर में थी और उसने शादी के बाद लास्ट सेमेस्टर घर पर ही किया। बीच-बीच में वह ससुराल जाती रही, एक-दो दिन के लिए। पढा़ई पूरी होने के बाद वह अपने ससुराल चली गई। फिर मालूम पड़ा कि उस लड़के के किसी पड़ौस में रहने वाली लड़की से कई सालों से अफेयर चल रहा है। जब मेरे माता-पिता ने लड़के के माता-पिता से बात की तो कहने लगे कि –‘आप चिंता मत कीजिए सब ठीक हो जाएगा।’
पिछले कुछ महिनों से उस लड़की का फोन हमारे पास आता है और उल्टी-सीधी बात करती है। मेरे घर वालों को गाली बकती है और कहती है कि ‘अपनी बेटी को देख! मर रही है वहाँ पर, तुम लोगों ने पैसे के लिए शादी की है। लड़का तो मेरा है तुम कुछ भी कर लो।’
ब से उस लड़की की माँ मरी है तब से लड़के का उस से अटैचमेंट ज्यादा हो गया है।  मेरी बहन को उल्टा-सीधा बोलता है। लड़के के घर वाले और उस की चार बहनें मेरी बहन को समझाते हैं कि सब ठीक हो जाएगा, चिंता मत करो। मेरी बहन की मेरिज एनिवर्सरी के दिन मैं ने लड़के को विश करने के लिए फोन किया था। लेकिन लड़के ने मेरा फोन नहीं उठाया।  मैं ने रात में 11 बजे लड़के को मैसेज किया कि ‘विश यू हैप्पी मेरिज एनिवर्सरी एण्ड गॉड ब्लेस यू।’  तो करीब 15 मिनट बाद मेरे पास उस लड़की का कॉल आया और कहने लगी कि आपने ‘मैसेज किया था। किस की मैरिज ऐनिवर्सरी है? तुम कुछ भी कर लो लड़का तो मेरे को ही प्यार करेगा, तेरी बेटी तो नौकरानी बन कर रहेगी।’ मैं ने उन के घर फोन किया और लड़के की माँ से बात की तो कहने लगी कि ‘मेरा बेटा उस लड़की से मिलता नहीं है इसलिए वह ऐसा कर रहा है, और मेरा बेटा तो घर में सो रहा है, आगे से उस लड़की का फोन आए तो फोन काट देना।’
हम लोग परेशान है,क्या करें? सब हमारे साथ गेम खेल रहे हैं। मेरी बहिन को फँसा रखा है उसे घर पर आने नहीं देते और उसे पढ़ने या नौकरी करना देना नहीं चाहते। एक दिन मेरे पिता जी ने नशे की हालत में उन के घर फोन किया और लड़के की माँ से बात की वह कहने लगी कि ‘सब ठीक हो जाएगा, आप चिंता मत करो’, मेरे पिताजी ने कहा कि ‘एक साल हो गया है शादी को, और आप का बेटा उस लड़की को ही चाहता है, मेरी बेटी से 1-2 महीने से लड़के ने बात भी नहीं की, ये सब क्या हो रहा है? आप की 4 बेटियाँ हैं उन की भी शादी होनी है। आप को समझना चाहिए शादी के बाद यह सब कितना खराब होता है?’ तो लड़के की माँ ने जवाब दिया कि ‘सब ठीक हो जाएगा, आप चिंता मत करिए।’

मेरे पिता जी गुस्से में आ गए और कहने लगे कि ‘मेरी बेटी को बर्बाद कर रहा है तुम्हारा लड़का, अगर मेरी बेटी को कुछ हुआ तो लड़के को गोली मार दूंगा, बर्बाद कर दूंगा तुम लोगों को।’
रात में ही लड़के का फोन आया कि ‘मैं तुम सब को गोली मारने आ रहा हूँ, सुबह। मुझे जानते नहीं हो तुम लोग।’ और भी बहुत कुछ उल्टा-सीधा कहा। मैं ने किसी तरह लड़के का गुस्सा शांत किया। मेरे पिता जी ने नशे की हालत में यह सब कहा। सुबह जब पिता जी सो कर उठे तो उन्हें तो यह सब याद ही नहीं था कि उन्हों ने क्या कहा था।
म डरे हुए हैं, और वहाँ मेरी बहन बर्बाद हो रही है और लड़के के घर वालों के कुछ नेताओँ से भी संबंध हैं। कृपया बताएँ कि मैं क्या करूँ मैं बहुत टेंशन में हूँ।

उत्तर-

प्रशांत जी,
प की समस्या कानूनी कम और सामाजिक अधिक है और बहुत कुछ तो आप के परिवार की ही पैदा की हुई है। पहली गलती तो यह कि जब आप की बहिन इंजिनियरिंग पढ़ रही थी तो उसे अपनी पढ़ाई पूरी करने देते और उसे अपने पैरों पर खड़े होने देते। उस के उपरांत ही उस का विवाह करते। यदि ऐसे ही विवाह करना था तो उसे तकनीकी विषय क्यों पढ़ने दिया? दूसरी गलती यह है कि आप के परिवार ने आप की बहिन की पूरी तरह से अरेंज मैरिज की और बहिन का बिलकुल ध्यान नहीं रखा। उस ने भी केवल आप लोगों के भरोसा कर कोई दखल नहीं दिया और चुपचाप विवाह कर लिया।
जब संबंध की प्रक्रिया चल रही थी तब लड़के वालों ने आगे से कहा कि लोग उन की बुराई करेंगे, तो भी आप नहीं चौंके। कोई भी रिश्तेदारी करने के पहले यह नहीं कहता कि लोग उन की बुराई करेंगे। लगता है कि आप का परिवार लड़के की अमीरी की चकाचौंध में अंधा हो गया था। वर्ना आप को इस बात की जाँच करनी चाहिए थी कि वास्तव में माजरा क्या है। आप ने केवल लड़के वालों पर भरोसा कर उन्हीं से पूछताछ कर अपने मन को समझा लिया और लड़की को ब्याह दिया। यदि आप पहले अपने स्वयं के साधनों से पता करते तो यह सब तथ्य आप को पता चल जाते और आप अपनी बहन को इस रिश्ते में नहीं फँसाते।

ह सही है कि लड़की को इस तरह के रिश्ते में फँसा देने की जिम्मेदारी आप के परिवार पर ही है। आप की बहन को इस संकट से बाहर लाने की जिम्मेदारी भी आप के परिवार की है। इस तरह की समस्याएँ आम तौर पर हल नहीं होतीं और पूरे जीवन चलती रहती हैं। आप के परिवार को चाहिए कि आप का परिवार सब से पहले तो आप की बहन को आप के घर ले कर आए। वह घर आ जाए तो उस से सारी बात तफसील से पूछे। उसे अपने भविष्य के लिए सोचने का समय दे। यदि वह यह समझती है कि उस का जीवन उस के पति के साथ दूभर है और उसे सारी जिन्दगी जलालत देखनी पड़ेगी, तो निर्णय करें कि उसे तलाक दिलाना है।  मुझे लगता है कि यह समस्या कभी हल नहीं होगी और विवाह विच्छेद ही इस का एक मात्र उपाय है।
र्तमान परिस्थिति में डरे हुए रहने से कुछ नहीं होगा। आप को हिम्मत दिखानी होगी।  आप की बहिन की ससुराल वालों के नेताओं से संबंध होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। जब एक बार अदालत इस विवाद के बीच आ जाएगी तो कोई भी नेता कुछ नहीं कर सकेगा। आप की बहन के पास युक्तियुक्त कारण है जिस से वह अपने पति का गृहत्याग कर सकती है और दं.प्रक्रिया संहिता की धारा-125 के अंतर्गत भरण पोषण के लिए न्यायालय को आवेदन कर सकती है। यदि आप को लगे कि यह मुकदमा चले इतने आप के परिवार को और आप की बहिन को सोचने का समय मिल जाएगा। कुछ माह बाद यदि आप समझें कि आप की बहिन को इस फाँस से निकालने के ल
िए तलाक के अलावा कोई विकल्प नहीं है, तो आप की बहिन अपने पति से स्त्री-धन की मांग करे। नहीं देने पर भारतीय दंड संहिता की धारा -406 व 498-ए के अंतर्गत परिवाद न्यायालय को प्रस्तुत किया जा सकता है। यह परिवाद न्यायालय में प्रस्तुत करने के साथ अथवा कुछ दिन बाद आप की बहिन विवाह विच्छेद की डिक्री प्राप्त करने के लिए न्यायालय के समक्ष आवेदन करे और विवाह विच्छेद की डिक्री प्राप्त करे।
प की बहिन इंजिनियर है, वह अपने पैरों पर खड़ी हो सकती है। उसे इस का अवसर दें। एक बार अपने पैरों पर ख़ड़ी हो जाने के बाद वह भविष्य के जीवन के बारे में खुद सोच सकती है और आप का परिवार उस में मदद कर सकता है। 

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